मोटोरोला ने भारत में अपनी जी6 सीरीज़ के नए स्मार्टफोन मोटो जी6 और मोटो जी6 प्ले में 18:9 डिस्प्ले पेश किए हैं। मोटो जी6 प्ले एक बजट स्मार्टफोन है जो बेहतरीन डिज़ाइन के साथ आता है। फोन में 4000 mAh की दमदार बैटरी है। हमारे पास आज है मोटो जी6 प्ले स्मार्टफोन और हमने कुछ दिनों तक इसे इस्तेमाल किया है। आइए आपको बताते हैं कि रिव्यू के दौरान हमें यह स्मार्टफोन कैसा लगा।
स्पेसिफिकेशंस: 5.7 इंच एचडी+ आईपीएस एलसीडी डिस्प्ले, 3 जीबी/4 जीबी रैम, 32 जीबी/64 जीबी स्टोरेज, क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 430 प्रोसेसर, अपर्चर एफ/12.0 के साथ 13 मेगापिक्सल प्राइमरी और 5 मेगापिक्सल सेकंडरी रियर सेंसर, 8 मेगापिक्सल फ्रंट कैमरा, 4000 एमएएच बैटरी, डाइमेंशन- 154.4x72.2x9 मिमी, वज़न- 175 ग्राम, ऐंड्रॉयड 8.0 ओरियो, ब्लूटूथ 4.0, जीपीएस/ग्लोनास, फिंगरप्रिंट सेंसर
कीमत: 11,999 रुपये
डिज़ाइन और बनावट
Moto g6 Play के लुक की बात करें तो इसका रियर सबसे ज्यादा आकर्षित करता है। फोन काफी हद तक देखने में मोटो g6 जैसा है। जी6 प्ले में रियर कैमरा मॉड्यूल जी6 जैसा ही है लेकिन कंपनी ने यहां ग्लास की जगह प्लास्टिक का इस्तेमाल किया है जो बेहद ग्लॉसी फिनिस के साथ आता है ताकि ग्लास होने का भ्रम हो सके। फोन की बिल्ड क्वॉलिटी बढ़िया है और यह काफी मजबूत महसूस होता है। जी6 प्ले को एक हाथ से इस्तेमाल करना सुविधाजनक है। हालांकि, यह हाथों से फिसलता है और रियर पर आसानी से उंगलियों के निशान भी पड़ जाते हैं।
फोन में रियर कैमरे के नीचे एक फिंगरप्रिंट सेंसर है जिसमें मोटोरोला का बैटविंग लोगो इंटिग्रेटेड है। फिंगरप्रिंट सेंसर तेजी से और ठीक तरह से काम करता है। हैंडसेट में दाईं तरफ वॉल्यूम रॉकर और पावर बटन दिए गए हैं। फोन में बाईं तरफ सिम ट्रे है जिसका इस्तेमाल दो नैनो सिम कार्ड या एक नैनो व एक माइक्रोएसडी कार्ड के लिए किया जा सकता है। सभी बटन इस्तेमाल करना आसान है। जी6 प्ले में ऊपरी किनारे पर 3.5 एमएम ऑडियो जैक और निचले किनारे पर माइक्रो-यूएसबी पोर्ट दिए गए हैं।
मोटो जी6 प्ले में 5.7 इंच एचडी+ आईपीएस डिस्प्ले है जिसका आस्पेक्ट रेशियो 18:9 है। स्क्रीन बॉर्डरलेस है लेकिन नीचे की तरफ खाली जगह है जो किसी काम की नहीं है। डिस्प्ले पैनल चमकदार है और व्यूइंग ऐंगल्स शानदार हैं। लेकिन कई बार टेक्स्ट बिखरा हुआ दिखता है और आजकल दूसरे बजट फोन्स में दिए जा रहे फुल HD पैनल की तुलना में यह निराशाजनक है। फोन में ऑलवेज़-ऑन-डिस्प्ले फीचर दिया गया है।
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मोटो जी6 प्ले सॉफ्टवेयर
मोटो जी6 प्ले में बेसिक काम आसानी से हो जाते हैं लेकिन कई सारे ऐप्स बैकग्राउंड में खुले होने और इंटरनेट सर्फिंग के दौरान फोन अटक-अटक कर चलता है। फोन ऐंड्रॉयड 8.0 ओरियो के नियर-स्टॉक वर्ज़न पर चलता है। फोन में ऑलवेज़-ऑन-डिस्प्ले, मोटो बटन मिलते है जिनके जरिए फिंगरप्रिंट का इस्तेमाल कर पासवर्ड ऐंटर कर सकते हैं। इसमें अटेंटिव डिस्प्ले है जो फोन में देखने पर ऑन रहता है।
मोटो जी6 प्ले कैमरा
फोन में दिए गए रियर कैमरे से रात में ली गईं तस्वीरें डार्क आती हैं और इनमें नॉयज़ दिखता है। वहीं अच्छी रोशनी में ली जाने वालीं तस्वीरों की क्वॉलिटी बेहतर रहती है और इनमें अच्छी डिटेलिंग व कलर दिखते हैं। लेकिन फ्रंट व रियर दोनों ही कैमरों की डायनामिक रेंज खराब है और शॉट ओवरएक्सपोज़्ड दिखते हैं।
फोन के फ्रंट कैमरे से कम रोशनी में ली गईं तस्वीरें डार्क और खराब डिटेलिंग के साथ बिखरी हुई दिखती हैं। फ्रंट कैमरे एक ब्यूटी मोड के साथ आता है जिससे तस्वीरों में दाग-धब्बे दूर किए जा सकते हैं। 1080 पिक्सल पर शॉट होने वाली विडियो की क्वॉलिटी फ्रंट व रियर दोनों से बढ़िया आती है। डिटेलिंग औसत रहती है।
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मोटो जी6 प्ले परफॉर्मेंस
जी6 प्ले में सबवे सर्फर्स और एसफाल्ट 8 जैसे गेम खेलने में दिक्कत नहीं होती लेकिन कभी-कभी फ्रेम रेट ड्रॉप हो जाता है। मोटो जी6 प्ले में हमें हीटिंग जैसी कोई समस्या नहीं दिखी। मोटो जी6 में फेसबुक, फोन पे, लिंक्डइन और आउटलुक जैसे ऐप्स पहले से इंस्टॉल आते हैं और इन्हें अनइंस्टॉल नहीं किया जा सकता। फोन में दिया गया फिंगरप्रिंट सेंसर ठीक तरह और तेजी से काम करता है।
मोटो जी6 प्ले बैटरी
फोन में दी गई 4000 एमएएच की बैटरी सामान्य इस्तेमाल के साथ एक दिन से ज्यादा चल जाती है। फोन के साथ 15 वॉट का टर्बो चार्जर दिया गया है जिससे फोन करीब 2 घंटे में फुल चार्ज हो जाता है।
हमारा फैसला
मोटो जी6 प्ले देखने में खूबसूरत लगता है और इसकी बिल्ड क्वॉलिटी भी बढ़िया है। फोन को एक हाथ से इस्तेमाल करना आसान है। बैटरी लाइफ बढ़िया रहती है और सॉफ्टवेयर कुछ काम के फीचर्स मुहैया कराता है। हालांकि, फोन के कैमरे औसत है और इनकी परफॉर्मेंस बहुत अच्छी नहीं है।
जी6 प्ले एक औसत स्मार्टफोन है और इसे आसुस ज़ेनफोन मैक्स प्रो एम1 व रेडमी नोट 5, सैमसंग गैलेक्सी जे6 जैसे बजट स्मार्टफोन्स से चुनौती मिलेगी। इसके अलावा रियल मी1 भी इसी रेंज में दमदार प्रोसेसर के साथ आता है।
देखें: बड़े काम के हैं ये 20 सरकारी ऐप्स, क्या आपके पास हैं?
सरकार लगातार डिजिटल इंडिया मुहिम को बढ़ावा देने की कोशिश में है और इसीलिए लगातार नए ऐप्स लॉन्च कर रही है। हाल ही में एमपासपोर्ट सेवा ऐप को अपडेट किया गया और अब देशभर में नागरिक कहीं से भी पासपोर्ट के लिए आवेदन कर सकते हैं। वहीं चुनाव आयोग ने भी सीविजिल नाम का ऐप लॉन्च किया है जिसके जरिए कोई भी नागरिक चुनाव के दौरान गैर-कानूनी गतिविधि या नफरत भरी बातों के विडियो और फोटो भेज सकता है। जानें उन 20 ऐप्स के बारे में जो सरकारी सर्विसेज़ और सुविधाएं मुहैया कराते हैं...
जैसा कि नाम से ज़ाहिर होता है, इस ऐप से नागरिकों को अपनी लोकेशन के हिसाब से पास के पुलिस स्टेशन का पता लगाने में मदद मिलती है। इस ऐप में सबसे नज़दीक स्थित पुलिस स्टेशन के रूट और दूरी समेत सारी जानकारी शामिल रहती है। इसके अलावा यह डिस्ट्रिक्ट कंट्रोल रूम और एसपी ऑफिस के नंबर भी दिखाता है। यूजर्स जरूरत के समय ऐप का इस्तेमाल कर कॉल भी कर सकते हैं।
इस ऐप के जरिए यूजर्स अपने ड्राइविंग लाइसेंसर और कार/टू-वीर रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट की डिजिटल कॉपी बना सकते हैं। यहां नागरिक अपनी मौज़ूदा कार रजिस्ट्रेशन डिटेल्स के साथ-साथ सेकंड हैंड कार की डिटेल्स को भी वेरिफाई कर सकते हैं। जो लोग पुरानी कार खरीदने की सोच रहे हैं, वे इससे जुड़ी जानकारी और रजिस्ट्रेशन संबंधी सभी जानकारी पा सकते हैं।
टूरिज्म से जुड़ी सभी जानकारियां आपको यहां एक प्लैटफॉर्म पर मिल जाएंगी। इंटरनैशल और घरेलू दोनों तरह के टूरिस्ट्स यहां किसी शहर या टूरिस्ट प्लेस के घरेलू टूर ऑपरेटर्स, ट्रांसपोर्ट ऑपरेटर्स, ट्रैवल एजेंट्स, रीजनल लेवल गाइड्स और क्लासिफाइड होटल के बारे में जानकारी पा सकते हैं।
एचआरडी मंत्रालय और एनसीईआरटी ने इस ऐप को डिवेलप किया है। ईबुक्स को विद्यार्थियों और अध्यापकों द्वारा मोबाइल फोन्स, टैबलेट्स और डेस्कटॉप पर ऐक्सिस किया जा सकता है। अपनी डिवाइस की स्टोरेज के हिसाब से यूजर्स कई सारी किताबें स्टोर कर सकते हैं। ऐप में पिंच, सिलेक्ट, हाईलाइट और टेक्स्ट-टू-स्पीच का विकल्प मिलता है।
अलग-अलग आइटम्स और सर्विसेज़ पर लगने वाले जीएसटी रेट्स को लेकर अभी भी कन्फ्यूज़्ड हैं? GST Rate Finder ऐप डाउनलोड करें, यहां आपको अलग-अलग सामानों और सर्विसेज़ के लिए लगने वाले जीएसटी रेट्स की जानकारी मिल जाएगी।
यह बेहद अडवांस और डाइनैमिक प्लैटफॉर्म है जो डिजिटल इंडिया की सर्विसेस जैसे आधार, डिजिलॉकर और PayGov को एक साथ लाता है। इस ऐप को इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय और नैशनल ई-गवर्नेंस डिविजन द्वारा डिवेलप किया गया है।
अपने आसपास के वातावरण को स्वच्छ रखने के लिए संबंधित म्युनिसिपल अथॉरिटीज को इस ऐप के जरिए कॉन्टैक्ट किया जा सकता है और ऐसी चीजों की तस्वीरें यहां पोस्ट कर सकते हैं। अगर समस्या का समाधान नहीं होता है तो फीडबैक भी भेजा जा सकता है।
स्टार्टअप इंडिया ऐप खासतौर पर कारोबारियों के लिए डिज़ाइन किया गया है ताकि वे स्टार्टअप ईकोसिस्टम से जुड़ी जानकारी समझ सकें। ऐप के जरिए, यूजर्स स्टार्टअप से जुड़ी सरकारी योजनाओं के बारे में भी पता कर सकते हैं।
Postinfo डिपार्टमेंट ऑफ पोस्ट्स का ऐप है जिसे सेंटर फॉर ऐक्सीलेंस इन पोस्टल टेक्नॉलजी ने डिवेलप किया है। इस ऐप में पार्सल की ट्रैकिंग, पोस्ट ऑफिस सर्च, पोस्टेज कैलकुलेटर, इंश्योरेंस प्रीमियम कैलकुलेर और इंट्रेस्ट कैलकुलेर जैसी सुविधाएं मिलती हैं। पोस्ट डिपार्टमेंट, पोस्टल लाइफ इंश्योरेंस और रूरल पोस्टल लाइफ इंश्योरेस के जरिए कई तरह की लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी ऑफर करता है। यूजर्स सभी पोस्टल/रूरल पोस्टल लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी के प्रीमियम को ऐप के जरिए ट्रैक कर सकते हैं।
इस ऐप के जरिए ट्रांजैक्शन्स तेजी से और आसानी से किए जा सकते हैं। इससे कभी भी टिकट्स की ऑनलाइन बुकिंग की जा सकती है।
TRAI (टेलिकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया) को डेटा कवरेज, स्पीड के संबंध में सूचना उपलब्ध कराई जाती है। यह ऐप कोई पर्सनल यूजर इंफॉर्मेशन नहीं भेजता है।
अगर आप स्पैम SMS या अनचाही इनकमिंग कॉल्स को ब्लॉक करने के तरीके के बारे में देख रहे हैं तो आपको इस ऐप को जरूर ट्राई करना चाहिए।
इस ऐप के जरिए लोग अपने आइडिया, सजेशन और कॉमेंट्स को मंत्रालयों और संबद्ध संगठनों तक पहुंचा सकते हैं। आप इस ऐप के जरिए पॉलिसी फॉर्मूलेशन और प्रोग्राम इम्प्लिमेंटेशन में भी हिस्सा ले सकते हैं।
जैसा कि नाम से पता चलता है, इस ऐप के जरिए स्मार्टफोन यूजर्स कई सारी सर्विसेज़ पा सकते हैं। इनमें पासपोर्ट ऐप्लिकेशन स्टेटस ट्रैकिंग, पासपोर्ट सेवा केंद्र का पता करना और पासपोर्ट से जुड़ी सभी दूसरी सेवाओं को यहां इस्तेमाल किया जा सकता है। इस ऐप के जरिए अब देशभर में कहीं से भी नागरिक पासपोर्ट के लिए आवेदन कर सकते हैं।
यूनीक आईडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI)'mAadhaar ऐप' एक और काम का ऐप है। अभी तक यह सिर्फ ऐंड्रॉयड यूजर्स के लिए ही उपलब्ध है। 'mAadhaar ऐप के जरिए यूजर्स अपने स्मार्टफन पर अपने आधार कार्ड को रख सकते हैं। 'mAadhaar app' का सबसे बड़ा फायदा है कि यूजर्स कहीं भी अपनी केवाईसी के लिए इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके साथ ही यूजर्स क्यूआर कोड के जरिए अपनी आधार प्रोफाइल देख और शेयर भी कर सकते हैं। UIDAI का दावा है कि यूजर्स कहीं भी, किसी भी मय अपने बायोमीट्रिक डेटा को ब्लॉक भी कर सकते हैं।
ऐप को खासतौर पर किसानों की मदद के लिए बनाया गया है ताकि उन्हें जरूरी जानकारी मिल सके। इस ऐप के जरिए किसान मौसम, बाज़ार में कीमतो और प्लांट प्रोटेक्शन समेत अन्य चीजों की जानकारी हासिल कर सकते हैं।
बेहतर भारत बनाने में अपना योगदान देना चाहते हैं? तो यह ऐप आपके लिए है। लोगों की स्किल्स और इंट्रेस्ट के आधार पर, इच्छुक यूजर्स कुछ कामों के लिए अपना योगदान दे सकते हैं। इन कामों को सरकार के विभिन्न डिपार्टमेंट ने तैयार किया है। नागरिक ऐप के जरिए रजिस्टर कर सकते हैं, इसके अलावा दूसरे वॉलिंटियर्स को भी टास्क के बारे में बता सकते हैं।
चुनाव आयोग ने भी सीविजिल नाम के इस ऐप को लॉन्च कर दिया है। जिसके जरिए कोई भी नागरिक चुनाव के दौरान गैर-कानूनी गतिविधि या नफरत भरी बातों के विडियो और फोटो भेज सकता है।
इस यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) को डिजिटली फाइनैंशल ट्रांजैक्शन के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। UPI पेमेंट अड्रेसेस, फोन नंबर या QR कोड्स को पैसे लेने या भेजने के लिए यूज किया जा सकता है। यह ऐप देश के सभी महत्वपूर्ण बैंकों से लिंक है।
यह एक ऐसा ऐप है जहां इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की विभिन्न सर्विसेज़ मिल जाती हैं। इनमें कुछ बेहद काम के फीचर्स जैसे ऑनलाइन टैक्स पेमेंट, ऑनलाइन पैन अप्लाई करना और टैक्स कैलकुलेर शामिल हैं। इसमें एक चैटबॉट भी है जो टैक्सपेयर्स के संभावित सवालों के जवाब देता है।
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