यूजर्स के डेटा लीक को लेकर पिछले दिनों विवादों में रहने वाला सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म फेसबुक अब एक नए विवाद में फंस गया है। कंपनी ने कहा है कि उनके 'View As' फीचर में एक बग के कारण हैकर्स ने 5 करोड़ यूजर्स के डेटा में सेंधमारी कर दी है। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए फिलहाल कंपनी ने इस फीचर को हटा दिया है। कंपनी ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा, 'हमने इसकी जांच-पड़ताल शुरू कर दी है। हालांकि अभी यह पता लगाना बाकी है कि खातों का दुरुपयोग कर जानकारी चुराई गई है या नहीं।'
फेसबुक और डेटा लीक कोई नई बात नहीं है। समय-समय पर डेटा प्रिवेसी को लेकर फेसबुक पर आरोप लगते रहते हैं। इससे पहले भी कंपनी पर यूजर्स के डेटा को बेचने के आरोप लगे हैं। आप इस तरह की सेंधमारी का शिकार ना हों इसके लिए हम आपको वे बड़े स्टेप्स बता रहे हैं जिनसे आप अपने फेसबुक अकाउंट को और अधिक सुरक्षित बना सकते हैं।
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अपने अकाउंट का 'ऑडिट' करें
सबसे पहले आप चेक करें कि आपने अपने अकाउंट को कहां-कहां से ऐक्सेस किया है। इसके लिए फेसबुक ऐप या साइट ओपन करें। वहां पर Security and Login page पर जाकर Where You’re Logged in पर क्लिक करें। यहां क्लिक करके आप देख सकेंगे कि आपने कहां-कहां अकाउंट ऐक्सेस किया है। अगर आपको कोई भी संदिग्ध जगह या डिवाइस का नाम दिखे तो तुरंत इसे लॉगआउट कर दें।
समय-समय पर पासवर्ड बदलें
फेसबुक पर अपने पासवर्ड को समय-समय पर बदलते रहना जरूरी है। इससे आपके अकाउंट हैक होने की संभावनाएं कम हो जाती हैं। जहां तक हो सके हर महीने अपना पासवर्ड अपडेट करें। साथ ही पासवर्ड अपडेट करते वक्त पासवर्ड का ऐसा चयन करें जिसमें नंबर, ऐल्फ़ाबेट, स्पेशल कैरेक्टर, सब आ जाएं। इससे आपका पासवर्ड स्ट्रॉन्ग बनता है। पासवर्ड को समय-समय पर बदलने के अलावा इस बात का ध्यान रखें कि जब भी पासवर्ड बदलें तो Save Changes करते वक्त Keep me logged in पर क्लिक ना करें।
जब आप पासवर्ड बदलें तो Keep me logged out from all devices पर क्लिक करें। ऐसा करने से आपने जहां-जहां भी जिस डिवाइस पर अपना अकाउंट ऐक्सेस किया होगा, वहां से लॉगआउट हो जाएंगे। अगर आप चाहें तो पासवर्ड सेट करते वक्त 1Password और LastPass जैसे पासवर्ड मैनेजमेंट ऐप्स का इस्तेमाल कर अपने पासवर्ड को चेक कर सकते हैं।
फेसबुक की वे 8 गलतियां जिनके लिए मांगनी पड़ी थी माफी
दुनिया के सबसे बड़े सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म फेसबुक के लिए फिलहाल समय कुछ अच्छा नहीं चल रहा। बिग डेटा लीक के मामले के सामने आने के बाद वैश्विक स्तर पर फेसबुक के खिलाफ आवाज उठ रही है और #DeleteFacebook का कैंपेन चल रहा है। इस झटके से फेसबुक के शेयर 7 फीसदी तक गिरे और उसे करीब 395 अरब रुपये का झटका लग गया।
फेसबुक और विवाद का नाता नया नहीं है। अक्सर अलग-अलग विवाद सामने आते रहते हैं। हम आपको फेसबुक से जुड़े उन 8 विवादों के बारे में बता रहे हैं जिनपर इस सोशल मीडिया के दिग्गज प्लैटफॉर्म को माफी मांगनी पड़ी थी।बीते दिनों फेसबुक पर एक आपत्तिजनक सर्वे दिखा। वॉशिंगटन टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक यह सर्वे पीडोफाइल से जुड़ा था। इसमें फेसबुक ने यूजर्स से पूछा कि क्या एक पीडोफाइल को बच्चों की सेक्शुअल तस्वीर दिखाने की अनुमति होनी चाहिए? बाद में फेसबुक ने इस सर्वे पर अपनी गलती मानी। फेसबुक प्रॉडक्ट वीपी ने कहा कि इसे सर्वे का हिस्सा नहीं होना चाहिए था, यह गलती थी।
हाल में ही यूजर्स ने ट्विटर पर फेसबुक की तरफ से सुझाए जा रहे अश्लील और अजीबोगरीब सर्च सुझावों की ओर ध्यान दिलाया। यूजर्स ने स्क्रीनशॉट भी शेयर किए जिसमें पूरी दुनिया की अलग-अलग भाषाओं में अश्लील सर्च सुझाव दिए गए थे। फेसबुक ने इसपर बयान जारी कर माफी मांगी। फेसबुक ने कहा कि इन सर्च प्रिडिक्शंस को हटा दिया गया है। हालांकि यह भी कहा कि लोग फेसबुक पर जो खोजते हैं, सर्च प्रिडिक्शंस में वही रिफ्लेक्ट होता है।
फरवरी 2018 में ट्विटर पर गैब्रियल लेविस ने लिखा कि फेसबुक पर टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन करने पर टेक्स्ट मेसेज मिलने का अंतहीन सिलसिला शुरू हो गया। बाद में फेसबुक के चीफ सिक्यॉरिटी ऑफिसर अलेक्स ने इसपर माफी मांगी। उन्होंने एक ब्लॉग पोस्ट में लिखा कि ऐसा जानबूझकर नहीं किया गया बल्कि यह एक बग था।
पिछले महीने फेसबुक ने बुलेट ट्रेन पर आधारित अपने एक वर्चुअल रिऐलिटी गेम का डेमो पोस्ट किया। इस गेम में प्लेयर्स एक काल्पनिक बंदूक से ट्रेन में मौजूद दूसरे प्लेयर्स को मारते हैं। फ्लोरिडा स्कूल में गोलीबारी की घटना के तुरंत बाद यह डेमो रिलीज किया गया था। फेसबुक ने इसपर भी माफी मांगी
2012 में फेसबुक ने अपने करीब 7 लाख यूजर्स के न्यूज फीड को मैनिप्युलेट किया, जबकि यूजर्स को इसकी जानकारी तक नहीं थी। ऐसे यूजर्स को अपने फ्रेंड्स की पॉजिटिव फीड्स कम मिलने लगीं।
24 मार्च 2010 को मार्क जकरबर्ग ने वॉशिंगटन पोस्ट में लिखा कि फेसबुक एक रूम के प्रॉजेक्ट से लाखों लोगों को जोड़ने वाले सोशल नेटवर्क के रूप में विकसित हुआ है। दरअसल फेसबुक पर आरोप लगा था कि बिना यूजर्स की जानकारी के उनकी सूचना विज्ञापनदाताओं को शेयर की गईं। जकरबर्ग इसी का जवाब दे रहे थे।
शायद बहुतों को याद न हो लेकिन 11 साल पहले फेसबुक बेकन नाम का एक नया फीचर लेकर आया था। इसमें कंपनियों को ऐसी व्यवस्था दी गई कि साइट पर किसी के कुछ खरीदने पर कई बार उसकी जानकारी के बिना भी उसके फेसबुक फ्रेंड्स के पास नोटिफिकेशन चला जाए। बाद में जकरबर्ग ने इसके लिए भी अपनी गलती मानी।
2006 में फेसबुक ने कई यूजर्स के प्राइवेट पोस्ट्स को बिना उनकी जानकारी के दूसरों के साथ साझा कर दिए। इसपर भी संस्थापक जकरबर्ग को माफी मांगनी पड़ी थी। तब फेसबुक एक नया सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म बन ही रहा था।
ड्यूल सिक्यॉरिटी को इनेबल करें
फेसबुक अपने यूजर्स को ड्यूल सिक्यॉरिटी का विकल्प भी देता है। इस फीचर का प्रयोग करके यूजर अपने अकाउंट को सिक्यॉर कर सकते हैं। फेसबुक ऐप की सेटिंग में जाकर अकाउंट सेटिंग चेक करें। वहां पर सिक्यॉरिटी ऐंड लॉगइन में जाएं। यहां पर Setting Up Extra Security ऑप्शन में Use two factor authentication का ऑप्शन मिलेगा। इसे चालू कर दें। इसे चालू करने के बाद जब भी आप फेसबुक पर लॉगइन करेंगे तो आपके रजिस्टर्ड नंबर पर एक कोड जाएगा। इसे एंटर करने पर ही आप लॉगइन कर पाएंगे।
मेसेंजर में आए 'अनचाहे' लिंक्स पर क्लिक ना करें
कई बार हैकर आपके दोस्तों के अकाउंट से छेड़छाड़ करके आपको उनके अकाउंट से कोई लिंक भेज देता है। ऐसे लिंक्स पर क्लिक करने से आपकी जानकारी हैकर के पास चली जाती है। जब तक आप पूरी तरह से श्योर ना हों तब तक ऐसे लिंक्स पर क्लिक ना करें। अगर आपका कोई दोस्त आपको ऐसा लिंक भेजता है तो तुरंत उससे संपर्क कर उसे इस बार में जानकारी दैं।
ऐप्स को दी गई परमिशन चेक करें
फेसबुक पर आपकी शक्ल किससे मिलती है?, पिछले जन्म में आप क्या थे?, ऐसे सवाल मजेदार होने के साथ खतरनाक भी होते हैं। इन पर क्लिक करने से यूजर्स अनजाने में अपने अकाउंट की ऐक्सेस दे देते हैं। अगर आप उन ऐप्स के बारे में जानना चाहते हैं जिन्हें आपने परमिशन दे रखी है। इसके लिए ऐप या साइट के सेटिंग ऑप्शन पर क्लिक करें। यहां आपको ऐप्स नाम का विकल्प मिलेगा। उस पर टैप करें। टैप करने पर Apps and websitesऑप्शन मिलेगा। यहां क्लिक कर आप जान पाएंगे कि आपने किन ऐप्स को अपने अकाउंट की परमिशन दे रखी है। इस विकल्प को डिसेबल करने से थर्ड पार्टी ऐप्स आपके अकाउंट को ऐक्सेस नहीं कर पाएंगे।
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