नई दिल्ली
एक घड़ी ने 46 साल के एक इंसान की जिंदगी बचाई है। सुनने में यह थोड़ा अजीब जरूर है, लेकिन सच है। इस व्यक्ति की जिंदगी ऐपल वॉच ने बचाई है। घड़ी ने इस इंसान को अलर्ट किया कि उसकी अनियमित हार्टबीट (दिल का धड़कना) असल में एक मेडिकल इमर्जेंसी है। जिस व्यक्ति की जान बची है, उसका नाम एड डेंटेल है। डेंटेल, अमेरिका के रिचमंड शहर के रहने वाले हैं।
दरअसल, डेंटेल पिछले दिनों अपने घर में बैठे कुछ वक्त पहले खरीदी गई ऐपल वॉच में सॉफ्टवेयर अपडेट कर रहे थे, तभी उन्होंने इलेक्ट्रोकॉर्डियोग्राम ऐप डाउनलोड करने का फैसला किया। जैसे ही उन्होंने अपनी ऐपल वॉच में यह ऐप्लीकेशन डाउनलोड किया तो उसमें एट्रियल फिब्रिलैशन (AFib) का अलर्ट आया, जो अनियमित रूप से दिल के धड़कने का मामला था और यह काफी खतरनाक था। सामान्य रेस्टिंग हार्ट रेट 60-100 बीट्स प्रति मिनट के बीच होता है, जबकि डेंटेल की हार्टबीट 120-140 प्रति मिनट थीं।
हालांकि, डेंटेल एक बार की वॉर्निंग के तुरंत बाद हॉस्पिटल नहीं गए, क्योंकि उनकी फैमिली में किसी को हार्ट प्रॉब्लम की हिस्ट्री नहीं थी। जब ऐपल वॉच ने उन्हें एक-दो दिन तक लगातार ऐसे अलर्ट भेजे तो उन्होंने हॉस्पिटल जाना बेहतर समझा। डॉक्टर ने उन्हें बताया, 'आप एट्रियल फिब्रिलैशन (AFib) में हैं और घड़ी ने अलर्ट भेजकर आपकी जान बचाई है।' डॉक्टर ने बताया कि अगर उन्होंने घड़ी के अलर्ट पर ध्यान नहीं दिया होता तो उन्हें खतरनाक हार्ट अटैक या स्ट्रोक का सामना करना पड़ सकता था।
डेंटेल के लिए यह स्थिति ऐसे समय में और परेशान करने वाली थी, जबकि वह लगातार एक्सरसाइज कर रहे थे। साथ ही, उनके परिवार में हार्ट प्रॉब्लम की कोई हिस्ट्री भी नहीं थी। हालांकि, अब मेडिकेशन के बाद डेंटेल की हार्ट बीट 70-90 की रेंज में आ गई है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के मुताबिक, 27 लाख अमेरिकी लोगों में एट्रियल फिब्रिलैशन की प्रॉब्लम है।
एक घड़ी ने 46 साल के एक इंसान की जिंदगी बचाई है। सुनने में यह थोड़ा अजीब जरूर है, लेकिन सच है। इस व्यक्ति की जिंदगी ऐपल वॉच ने बचाई है। घड़ी ने इस इंसान को अलर्ट किया कि उसकी अनियमित हार्टबीट (दिल का धड़कना) असल में एक मेडिकल इमर्जेंसी है। जिस व्यक्ति की जान बची है, उसका नाम एड डेंटेल है। डेंटेल, अमेरिका के रिचमंड शहर के रहने वाले हैं।
दरअसल, डेंटेल पिछले दिनों अपने घर में बैठे कुछ वक्त पहले खरीदी गई ऐपल वॉच में सॉफ्टवेयर अपडेट कर रहे थे, तभी उन्होंने इलेक्ट्रोकॉर्डियोग्राम ऐप डाउनलोड करने का फैसला किया। जैसे ही उन्होंने अपनी ऐपल वॉच में यह ऐप्लीकेशन डाउनलोड किया तो उसमें एट्रियल फिब्रिलैशन (AFib) का अलर्ट आया, जो अनियमित रूप से दिल के धड़कने का मामला था और यह काफी खतरनाक था। सामान्य रेस्टिंग हार्ट रेट 60-100 बीट्स प्रति मिनट के बीच होता है, जबकि डेंटेल की हार्टबीट 120-140 प्रति मिनट थीं।
हालांकि, डेंटेल एक बार की वॉर्निंग के तुरंत बाद हॉस्पिटल नहीं गए, क्योंकि उनकी फैमिली में किसी को हार्ट प्रॉब्लम की हिस्ट्री नहीं थी। जब ऐपल वॉच ने उन्हें एक-दो दिन तक लगातार ऐसे अलर्ट भेजे तो उन्होंने हॉस्पिटल जाना बेहतर समझा। डॉक्टर ने उन्हें बताया, 'आप एट्रियल फिब्रिलैशन (AFib) में हैं और घड़ी ने अलर्ट भेजकर आपकी जान बचाई है।' डॉक्टर ने बताया कि अगर उन्होंने घड़ी के अलर्ट पर ध्यान नहीं दिया होता तो उन्हें खतरनाक हार्ट अटैक या स्ट्रोक का सामना करना पड़ सकता था।
डेंटेल के लिए यह स्थिति ऐसे समय में और परेशान करने वाली थी, जबकि वह लगातार एक्सरसाइज कर रहे थे। साथ ही, उनके परिवार में हार्ट प्रॉब्लम की कोई हिस्ट्री भी नहीं थी। हालांकि, अब मेडिकेशन के बाद डेंटेल की हार्ट बीट 70-90 की रेंज में आ गई है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के मुताबिक, 27 लाख अमेरिकी लोगों में एट्रियल फिब्रिलैशन की प्रॉब्लम है।
Source : navbharattimes[dot]indiatimes[dot]com
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