विशेष संवाददाता, नई दिल्ली
दिल्ली यूनिवर्सिटी के करीब 70 पीजी प्रोग्राम के लिए एंट्रेंस एग्जाम 17 जून से शुरू होंगे। पहली बार डीयू में एंट्रेंस ऑनलाइन होंगे यानी कंप्यूटर बेस्ड एंट्रेंस। 18 शहरों में इन एग्जाम के लिए सेंटर तय किए गए हैं। एग्जाम 3 पारियों में होंगे। 22 जून को एंट्रेंस एग्जाम का आखिरी दिन होगा। यूनिवर्सिटी ने अपने पोर्टल du.ac.in पर ऑनलाइन एडमिट कार्ड जारी कर दिए हैं। पीजी कोर्सों के लिए 1.25 लाख स्टूडेंट्स ने अप्लाई किया है। पीजी एंट्रेंस देने वाले स्टूडेंट्स को एडमिट कार्ड डाउनलोड करने में दिक्कत भी आई और वे परेशान रहे। लिंक नहीं खुला। इस बीच हेल्पलाइन से भी उनको मदद नहीं मिल पाई। हालांकि, शाम तक प्रशासन ने यह दिक्कत दूर कर ली।
डीयू में पीजी की आधी सीटें एंट्रेंस टेस्ट से भरी जाती हैं और आधी सीटें डीयू स्टूडेंट्स के लिए रिजर्व होती हैं। इस सीटों पर ऐडमिशन मेरिट के हिसाब से होता है। अकैडमिक सेशन 2018-19 के लिए पीजी की करीब 9600 सीटें हैं। इस बार से यूनिवर्सिटी सभी पीजी कोर्सों के लिए एंट्रेंस एग्जाम ऑनलाइन रख रही है यानी मैनुअल के बजाय कंप्यूटर पर आधारित टेस्ट। डीयू ने पिछले साल पीजी कोर्सेज में कंप्यूटर बेस्ड एंट्रेंस टेस्ट (सीबीओटी) का प्रपोजल तैयार किया था।
17 जून को जूलॉजी, बॉटनी, हिस्ट्री, पॉलिटिकल साइंस, उर्दू, पंजाबी, एमसीए, कंप्यूटर साइंस, फ्रेंच, जर्मन, इटैलियन समेत कई और मास्टर्स प्रोग्राम के एंट्रेंस हैं। वहीं, सोमवार को केमिस्ट्री, संस्कृत, साइकॉलजी समेत बाकी एंट्रेंस एग्जाम हैं। एमफिल और पीएचडी के एग्जाम भी 17 जून से शुरू हो रहे हैं। पिछले साल यूनिवर्सिटी ने ऑनलाइन एग्जाम के सिस्टम के लिए टेंडर भी जारी कर दिया था, मगर इसका एबीवीपी और दिल्ली यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स यूनियन (डूसू) ने इसका जमकर विरोध किया, जिसकी वजह से इसे टाल दिया गया।
इनका कहना था कि ऐडमिशन प्रोसेस से कुछ दिन पहले ही इतना बड़ा बदलाव स्टूडेंट्स खासकर पिछड़े इलाकों के लिए मुश्किल होगी और बेमतलब का खर्च होगा। टीचर्स के एक ग्रुप को भी ऐतराज था कि बिना तैयारी के इतना बड़ा बदलाव लाया जा रहा है। हालांकि, इस बार भी शुरुआत में डीयू ने विरोध झेला मगर अब ऑनलाइन एंट्रेंस की पूरी तैयारी हो चुकी है। 17 और 18 जून के एग्जाम के लिए एडमिट कार्ड जारी हो चुके हैं। ऑनलाइन एंट्रेंस पहली बार हैं, इसलिए कुछ स्टूडेंट्स को तो एडमिट कार्ड आने पर इसका पता चला।
दिल्ली यूनिवर्सिटी ने इस बार पोस्ट ग्रैजुएट कोर्सेज के ऐडमिशन प्रोसेस को समझाने के लिए 1 और 2 जून को ओपन हाउस भी रखा था, जिसमें ऑनलाइन एग्जाम के लिए कई सवाल मिले थे। पिछले साल ऑनलाइन एग्जाम शुरू करने का प्लान था, हालांकि स्टूडेंट्स के विरोध की वजह से इसे टालना पड़ा। स्टूडेंटस की शिकायत थी कि बिना किसी तैयारी के डीयू इतना बड़ा कदम उठा रहा है, जिससे स्टूडेंट्स को परेशानी उठानी पड़ेगी। इसके अलावा इस बार के डीयू के गाइडेंस कैंपस ‘प्री एंट्रेंस समर स्कूल 2018’ में भी इसकी जानकारी स्टूडेंट्स को दी गई1
दिल्ली यूनिवर्सिटी के करीब 70 पीजी प्रोग्राम के लिए एंट्रेंस एग्जाम 17 जून से शुरू होंगे। पहली बार डीयू में एंट्रेंस ऑनलाइन होंगे यानी कंप्यूटर बेस्ड एंट्रेंस। 18 शहरों में इन एग्जाम के लिए सेंटर तय किए गए हैं। एग्जाम 3 पारियों में होंगे। 22 जून को एंट्रेंस एग्जाम का आखिरी दिन होगा। यूनिवर्सिटी ने अपने पोर्टल du.ac.in पर ऑनलाइन एडमिट कार्ड जारी कर दिए हैं। पीजी कोर्सों के लिए 1.25 लाख स्टूडेंट्स ने अप्लाई किया है। पीजी एंट्रेंस देने वाले स्टूडेंट्स को एडमिट कार्ड डाउनलोड करने में दिक्कत भी आई और वे परेशान रहे। लिंक नहीं खुला। इस बीच हेल्पलाइन से भी उनको मदद नहीं मिल पाई। हालांकि, शाम तक प्रशासन ने यह दिक्कत दूर कर ली।
डीयू में पीजी की आधी सीटें एंट्रेंस टेस्ट से भरी जाती हैं और आधी सीटें डीयू स्टूडेंट्स के लिए रिजर्व होती हैं। इस सीटों पर ऐडमिशन मेरिट के हिसाब से होता है। अकैडमिक सेशन 2018-19 के लिए पीजी की करीब 9600 सीटें हैं। इस बार से यूनिवर्सिटी सभी पीजी कोर्सों के लिए एंट्रेंस एग्जाम ऑनलाइन रख रही है यानी मैनुअल के बजाय कंप्यूटर पर आधारित टेस्ट। डीयू ने पिछले साल पीजी कोर्सेज में कंप्यूटर बेस्ड एंट्रेंस टेस्ट (सीबीओटी) का प्रपोजल तैयार किया था।
17 जून को जूलॉजी, बॉटनी, हिस्ट्री, पॉलिटिकल साइंस, उर्दू, पंजाबी, एमसीए, कंप्यूटर साइंस, फ्रेंच, जर्मन, इटैलियन समेत कई और मास्टर्स प्रोग्राम के एंट्रेंस हैं। वहीं, सोमवार को केमिस्ट्री, संस्कृत, साइकॉलजी समेत बाकी एंट्रेंस एग्जाम हैं। एमफिल और पीएचडी के एग्जाम भी 17 जून से शुरू हो रहे हैं। पिछले साल यूनिवर्सिटी ने ऑनलाइन एग्जाम के सिस्टम के लिए टेंडर भी जारी कर दिया था, मगर इसका एबीवीपी और दिल्ली यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स यूनियन (डूसू) ने इसका जमकर विरोध किया, जिसकी वजह से इसे टाल दिया गया।
इनका कहना था कि ऐडमिशन प्रोसेस से कुछ दिन पहले ही इतना बड़ा बदलाव स्टूडेंट्स खासकर पिछड़े इलाकों के लिए मुश्किल होगी और बेमतलब का खर्च होगा। टीचर्स के एक ग्रुप को भी ऐतराज था कि बिना तैयारी के इतना बड़ा बदलाव लाया जा रहा है। हालांकि, इस बार भी शुरुआत में डीयू ने विरोध झेला मगर अब ऑनलाइन एंट्रेंस की पूरी तैयारी हो चुकी है। 17 और 18 जून के एग्जाम के लिए एडमिट कार्ड जारी हो चुके हैं। ऑनलाइन एंट्रेंस पहली बार हैं, इसलिए कुछ स्टूडेंट्स को तो एडमिट कार्ड आने पर इसका पता चला।
दिल्ली यूनिवर्सिटी ने इस बार पोस्ट ग्रैजुएट कोर्सेज के ऐडमिशन प्रोसेस को समझाने के लिए 1 और 2 जून को ओपन हाउस भी रखा था, जिसमें ऑनलाइन एग्जाम के लिए कई सवाल मिले थे। पिछले साल ऑनलाइन एग्जाम शुरू करने का प्लान था, हालांकि स्टूडेंट्स के विरोध की वजह से इसे टालना पड़ा। स्टूडेंटस की शिकायत थी कि बिना किसी तैयारी के डीयू इतना बड़ा कदम उठा रहा है, जिससे स्टूडेंट्स को परेशानी उठानी पड़ेगी। इसके अलावा इस बार के डीयू के गाइडेंस कैंपस ‘प्री एंट्रेंस समर स्कूल 2018’ में भी इसकी जानकारी स्टूडेंट्स को दी गई1
Source : navbharattimes[dot]indiatimes[dot]com
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