नई दिल्ली
लंबी लाइनें, तपती गर्मी और स्लो सर्वर… इन सबके बावजूद दिल्ली यूनिवर्सिटी में ऐडमिशन का पहला दिन स्टूडेंट्स के लिए यादगार रहा। हालांकि, डीयू के धीमे सर्वर ने स्टूडेंट्स को थकाया बहुत। कई कॉलेजों में ऐडमिशन प्रोसेस सुबह देर से शुरू हुआ और जब शुरू हुआ तो स्लो सर्वर ने स्टूडेंट्स और उनके पैरंट्स को परेशान किया। कई स्टूडेंट्स सुबह से देर शाम तक कॉलेजों में इंतजार करते रहे। मॉर्निंग कॉलेजों में ऐडमिशन प्रोसेस 9:30 से 1:30 बजे तक चलता है मगर कई कॉलेजों में ऐडमिशन प्रोसेस को लगभग 1 से 1:30 बजे बाद कुछ स्पीड मिली और ऐडमिशन प्रोसेस करीब 8 बजे तक चला। हालांकि, डीयू के ऐडमिशन कमिटी के चेयरमैन डॉ एमके पंडित का कहना है, सर्वर स्लो के बावजूद पिछले साल के मुकाबले हमने दोगुने ऐडमिशन किए। अधिकारी दोपहर में हुई इस दिक्कत को दूर करने में जुटे रहे। इस साल फीस देकर 1000 से ज्यादा ऐडमिशन पक्के हुए। वैसे, कुल 2000 से ज्यादा स्टूडेंट्स के ऐडमिशन को मंजूरी मिली है। पिछले साल पहले दिन 440 ऐडमिशन हुए थे।
इस बार डीयू ने कटऑफ औसतन .25% से लेकर 2% तक बढ़ाई है मगर इस इजाफे के साथ स्टूडेंट्स की भीड़ कम नहीं थी। दिल्ली समेत देश के कई कोनों से डीयू के कई कॉलेजों में पहले दिन स्कोरर्स पहुंचे। हालांकि, ऐडमिशन कम ही हुए। कई स्टूडेंट्स पहले दिन सिर्फ माहौल और कैंपस देखने पहुंचे थे।
एसआरसीसी से लेकर एलएसआर, गार्गी से लेकर वेंकटेश्वर, डीयू के हर कॉलेज में स्टूडेंट्स और उनके पैरंट्स पहुंचे और कई कॉलेजों में भीड़ रही। तमिलनाडु से एसआरसीसी पहुंचे मुरु का कहना था कि मुझे ऐप्लिकेशन फॉर्म डाउनलोड करने में दिक्कत आई और उसके बाद ऐडमिशन प्रोसेस काफी स्लो था। अपनी बेटी का ऐडमिशन एलएसआर में करवाने हरियाणा से आईं नेहा त्यागी कहती हैं, मेरी बेटी फॉर्म डाउनलोड नहीं कर पाई, तो कॉलेज ने नाम नोट करके इंतजार करने को कहा है। गर्मी से मेरी तबियत खराब हो गई, तो हमने तय किया अब बुधवार को कॉलेज आएंगे। हिंदू कॉलेज में पहुंची कनिका भी स्लो सर्वर की वजह से परेशान हुईं। उनका कहना था कि मैं हरिद्वार से सुबह यहां पहुंची हूं। ऐडमिशन प्रोसेस में देरी हो रही है। मुझे पापा के साथ हॉस्टल या पीजी का ऑप्शन भी ढूंढ़ना है। अब पापा को छुट्टी बढ़ानी पड़ेगी।
मॉर्निंग कॉलेज में ऐडमिशन शाम तक
एसआरसीसी में बीकॉम ऑनर्स को पहले दिन अच्छा रिस्पॉन्स मिला। यहां करीब 550 सीटों पर 150 एडमिशन हुए। कॉलेज के एक अधिकारी ने बताया, पहले दिन दिल्ली समेत कई राज्यों से कई स्टूडेंट्स कॉलेज पहुंचे। लेट प्रोसेस पर उन्होंने बताया, इसकी वजह डॉक्युमेंट्स की कमी भी थी। कुछ राज्यों के बोर्ड ने रिजल्ट जारी नहीं किए थे तो उन स्टूडेंट्स को फिक्स फॉरमेट में इसकी वजह देनी थी। वहीं, एलएसआर की एक अधिकारी ने बताया कि कॉलेज में पहले दिन अच्छी तादाद में ऐडमिशन हुए। हालांकि, उन्होंने संख्या नहीं बताई मगर जानकारी दी कि किसी भी कोर्स में ऐडमिशन फुल नहीं हुए हैं।
उधर, अपनी हाई कटऑफ के बावजूद हिंदू कॉलेज में 752 सीटों पर 170 ऐडमिशन हुए। कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ अंजू श्रीवास्तव ने बताया, सबसे ज्यादा ऐडमिशन 45 पॉलिटिकल साइंस में हुए हैं, जबकि सीटें 39 हैं। हिस्ट्री और बीए को भी अच्छा रिस्पॉन्स मिला है। रामजस में शुरुआत ठीक रही और 112 ऐडमिशन हुए।
दूसरी ओर, एआरएसडी कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ ज्ञानोतोष झा ने बताया, यहां 55 ऐडमिशन हुए। दूसरे दिन ज्यादा ऐडमिशन की उम्मीद है। दयाल सिंह कॉलेज में 1636 सीटों पर बहुत धीमी शुरुआत हुई। प्रिंसिपल डॉ आईएस बख्सी का कहना है, अब तक 25 ऐडमिशन ही हो पाए हैं। सुबह हमसे 100 स्टूडेंट्स प्रॉस्पेक्टस ले गए थे मगर कई पैरंट्स ने शिकायत की कि फॉर्म डाउनलोड नहीं हो रहा है, ऐसे में हमने उन्हें अगले दिन आने की सलाह दी है।
लंबी लाइनें, तपती गर्मी और स्लो सर्वर… इन सबके बावजूद दिल्ली यूनिवर्सिटी में ऐडमिशन का पहला दिन स्टूडेंट्स के लिए यादगार रहा। हालांकि, डीयू के धीमे सर्वर ने स्टूडेंट्स को थकाया बहुत। कई कॉलेजों में ऐडमिशन प्रोसेस सुबह देर से शुरू हुआ और जब शुरू हुआ तो स्लो सर्वर ने स्टूडेंट्स और उनके पैरंट्स को परेशान किया। कई स्टूडेंट्स सुबह से देर शाम तक कॉलेजों में इंतजार करते रहे। मॉर्निंग कॉलेजों में ऐडमिशन प्रोसेस 9:30 से 1:30 बजे तक चलता है मगर कई कॉलेजों में ऐडमिशन प्रोसेस को लगभग 1 से 1:30 बजे बाद कुछ स्पीड मिली और ऐडमिशन प्रोसेस करीब 8 बजे तक चला। हालांकि, डीयू के ऐडमिशन कमिटी के चेयरमैन डॉ एमके पंडित का कहना है, सर्वर स्लो के बावजूद पिछले साल के मुकाबले हमने दोगुने ऐडमिशन किए। अधिकारी दोपहर में हुई इस दिक्कत को दूर करने में जुटे रहे। इस साल फीस देकर 1000 से ज्यादा ऐडमिशन पक्के हुए। वैसे, कुल 2000 से ज्यादा स्टूडेंट्स के ऐडमिशन को मंजूरी मिली है। पिछले साल पहले दिन 440 ऐडमिशन हुए थे।
इस बार डीयू ने कटऑफ औसतन .25% से लेकर 2% तक बढ़ाई है मगर इस इजाफे के साथ स्टूडेंट्स की भीड़ कम नहीं थी। दिल्ली समेत देश के कई कोनों से डीयू के कई कॉलेजों में पहले दिन स्कोरर्स पहुंचे। हालांकि, ऐडमिशन कम ही हुए। कई स्टूडेंट्स पहले दिन सिर्फ माहौल और कैंपस देखने पहुंचे थे।
एसआरसीसी से लेकर एलएसआर, गार्गी से लेकर वेंकटेश्वर, डीयू के हर कॉलेज में स्टूडेंट्स और उनके पैरंट्स पहुंचे और कई कॉलेजों में भीड़ रही। तमिलनाडु से एसआरसीसी पहुंचे मुरु का कहना था कि मुझे ऐप्लिकेशन फॉर्म डाउनलोड करने में दिक्कत आई और उसके बाद ऐडमिशन प्रोसेस काफी स्लो था। अपनी बेटी का ऐडमिशन एलएसआर में करवाने हरियाणा से आईं नेहा त्यागी कहती हैं, मेरी बेटी फॉर्म डाउनलोड नहीं कर पाई, तो कॉलेज ने नाम नोट करके इंतजार करने को कहा है। गर्मी से मेरी तबियत खराब हो गई, तो हमने तय किया अब बुधवार को कॉलेज आएंगे। हिंदू कॉलेज में पहुंची कनिका भी स्लो सर्वर की वजह से परेशान हुईं। उनका कहना था कि मैं हरिद्वार से सुबह यहां पहुंची हूं। ऐडमिशन प्रोसेस में देरी हो रही है। मुझे पापा के साथ हॉस्टल या पीजी का ऑप्शन भी ढूंढ़ना है। अब पापा को छुट्टी बढ़ानी पड़ेगी।
मॉर्निंग कॉलेज में ऐडमिशन शाम तक
एसआरसीसी में बीकॉम ऑनर्स को पहले दिन अच्छा रिस्पॉन्स मिला। यहां करीब 550 सीटों पर 150 एडमिशन हुए। कॉलेज के एक अधिकारी ने बताया, पहले दिन दिल्ली समेत कई राज्यों से कई स्टूडेंट्स कॉलेज पहुंचे। लेट प्रोसेस पर उन्होंने बताया, इसकी वजह डॉक्युमेंट्स की कमी भी थी। कुछ राज्यों के बोर्ड ने रिजल्ट जारी नहीं किए थे तो उन स्टूडेंट्स को फिक्स फॉरमेट में इसकी वजह देनी थी। वहीं, एलएसआर की एक अधिकारी ने बताया कि कॉलेज में पहले दिन अच्छी तादाद में ऐडमिशन हुए। हालांकि, उन्होंने संख्या नहीं बताई मगर जानकारी दी कि किसी भी कोर्स में ऐडमिशन फुल नहीं हुए हैं।
उधर, अपनी हाई कटऑफ के बावजूद हिंदू कॉलेज में 752 सीटों पर 170 ऐडमिशन हुए। कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ अंजू श्रीवास्तव ने बताया, सबसे ज्यादा ऐडमिशन 45 पॉलिटिकल साइंस में हुए हैं, जबकि सीटें 39 हैं। हिस्ट्री और बीए को भी अच्छा रिस्पॉन्स मिला है। रामजस में शुरुआत ठीक रही और 112 ऐडमिशन हुए।
दूसरी ओर, एआरएसडी कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ ज्ञानोतोष झा ने बताया, यहां 55 ऐडमिशन हुए। दूसरे दिन ज्यादा ऐडमिशन की उम्मीद है। दयाल सिंह कॉलेज में 1636 सीटों पर बहुत धीमी शुरुआत हुई। प्रिंसिपल डॉ आईएस बख्सी का कहना है, अब तक 25 ऐडमिशन ही हो पाए हैं। सुबह हमसे 100 स्टूडेंट्स प्रॉस्पेक्टस ले गए थे मगर कई पैरंट्स ने शिकायत की कि फॉर्म डाउनलोड नहीं हो रहा है, ऐसे में हमने उन्हें अगले दिन आने की सलाह दी है।
Source : navbharattimes[dot]indiatimes[dot]com
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