Google अपने स्मार्टफोन ऑपरेटिंग सिस्टम ऐंड्रॉयड को बदलने की तैयारी कर रहा है। पिछले साल ही यह खबर आई थी कि गूगल ''फूशिया' नाम के एक नए ऑपरेटिंग सिस्टम पर काम कर रहा है। गूगल का यह नया ऑपरेटिंग सिस्टम उसके ऐंड्रॉयड का अपग्रेडेड विकल्प हो सकता है। खबरों के मुताबिक, गूगल का नया ऑपरेटिंग सिस्टम फूशिया लगातार डिवेलप हो रहा है और कंपनी इसे क्रोम और ऐंड्रॉयड से रिप्लेस करने की योजना बना रही है। खबर यह भी है कि भविष्य में गूगल द्वारा बनाए जाने वाले गैजेट्स भी फूशिया ऑपरेटिंग सिस्टम पर चलेंगे।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, गूगल में फूशिया ओएस की टीम में 100 से भी ज्यादा लोग काम कर रहे हैं और अंदर के लोगों का कहना है कि गूगल का मुख्य लक्ष्य फूशिया को क्रोम और ऐंड्रॉयड ओएस से रिप्लेस करना है। ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि फूशिया के कोर सिस्टम में वॉइस कमांड का फीचर इनबिल्ट रहेगा और यह ओएस Linux Kernel की जगह Zircon का इस्तेमाल करेगा।
वॉट्सऐप अपने प्लैटफॉर्म पर एक नए फीचर की टेस्टिंग कर रहा है ताकि स्पैम और फर्जी खबरों पर लगाम लगाई जा सके। इंस्टेंट मेसेजिंग ऐप अब वॉट्सऐप पर साझा किए जाने वाले सभी मेसेज, विडियोज़ और फोटोज़ को फॉरवर्ड करने के लिए एक लिमिट सेट करेगा। भारत में वॉट्सऐप एक बार में 5 चैट्स के लिए लिमिट टेस्ट करेगा और इसके बाद क्विक फॉरवर्ड बटन के जरिए इन्हें हटाया जा सकेगा। यह बटन मीडिया मेसेज के पास बना होगा। इसका मतलब है कि अगर एक मेसेज को पांच बार एक ही अकाउंट से कोई मेसेज फॉरवर्ड किया गया है, और इसके बाद लिमिट क्रॉस होने पर वॉट्सऐप पर उस मेसेज को फॉरवर्ड करने का ऑप्शन को डिसेबल हो जाएगा।
वॉट्सऐप ने एक ब्लॉग पोस्ट में खुलासा किया, आज से हम वॉट्सऐप पर मेसेज फॉरवर्ड करने की लिमिट को टेस्ट करेंगे, जो हर किसी पर लागू होगी। भारत में लोग दुनिया के किसी भी दूसरे देश से ज्यादा मेसेज, फोटोज़ और विडियो फॉरवर्ड करते हैं। हम एक बार में 5 चैट के लिए लिमिट टेस्ट करेंगे और उसके बाद मीडिया मेसेज के पास बना क्विक फरवर्ड बटन हटा दिया जाएगा।
गौर करने वाली बात है कि भारत में करीब 250 मिलियन से ज्यादा लोग वॉट्सऐप का इस्तेमाल करते हैं और वॉट्सऐप का यहां सबसे बड़ा बाजार है। पिछले कुछ महीनों में वॉट्सऐप पर वायरल हुए विडियो और मेसेज के जरिए मॉब लिंचिंग और हिंसा की कई खबरें सामने आ चुकी हैं। वॉट्सऐप ग्रुप्स के जरिए नफरत भरा कॉन्टेन्ट और अफवाहें फैलाने के चलते देश के कई हिस्सों में लोगों को घेरकर मारने की घटनाएं सामने आई हैं। केंद्र सरकार ने वॉट्सऐप से इस संबंध में एक्शन लेने को कहा है।
फेसबुक के स्वामित्व वाले वॉट्सऐप ने इलेक्ट्रॉनिक्स और इन्फर्मेशन टेक्नॉलजी मिनिस्ट्री को एक चिट्ठी लिखी थी। कंपनी ने कहा था कि देश में हिंसा की घटनाओं का होना बहुत भयावह है और इन अफवाहों को रोकने के लिए नए कदम उठाए गए।
वॉट्सऐप के मुताबिक, नए बदलावों से यह सुनिश्चित होगा कि इंस्टेंट मेसेजिंग ऐप एक प्राइवेट मेसेजिंग ऐप ही रहे और गलत जानकारियां व अफवाहों को फैलने से रोका जा सके। हालांकि, जरूरत है कि वॉट्सऐप फॉरवर्ड किए जाने वाले टेक्स्ट मेसेज के लिए भी कुछ करे। लोग आसानी से इन टेक्स्ट मेसेज को कॉपी कर पेस्ट करके फॉरवर्ड कर देते हैं। ऐसा करने से हाल ही में आया फॉरवर्डेड लेबल भी नहीं दिखता।
वॉट्सऐप ने अपने ब्लॉग पोस्ट में आगे कहा कि हम यूजर्स की सेफ्टी और प्रिवेसी को लेकर प्रतिबद्ध हैं। इसीलिए ऐप में एंड-टू-एंड इनक्रिप्शन दिया गया है। हम लगातार ऐप में नए फीचर्स लाने पर काम करेंगे ताकि इसे और बेहतर बनाया जा सके।
वॉट्सऐप के अमेरिकी मुख्यालय और भारतीय कामकाज से जुड़े सीनियर अधिकारियों ने चुनाव आयोग के अलावा बीजेपी और कांग्रेस के नेताओं से मुलाकात की है। वॉट्सऐप का कहना है कि भारत में आगामी चुनावों के दौरान अपने प्लेटफॉर्म का दुरुपयोग रोकने की कोशिश के तहत उसने ये मुलाकातें की हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, गूगल के इस प्रॉजेक्ट को कंपनी के सीईओ और डिजाइन विभागके वाइस प्रेजिडेंट का फुल सपॉर्ट हासिल है। फूशिया की टीम चाहती है कि यह ऑपरेटिंग सिस्टम आने वाले 5 सालों में गूगल का खुद का ऑपरेटिंग सिस्टम बने। हालांकि कंपनी ने फूशिया की लॉन्चिंग के लिए अभी तक कोई डेडलाइन तय नहीं की है। फूशिया के बारे में वैसे अभी बहुत ज्यादा जानकारी तो उपलब्ध नहीं है लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि यह स्मार्टफोन से लेकर टैबलेट में भी सपॉर्ट करेगा।
No comments:
Post a Comment